Friday, May 7, 2010

कुछ भी बुरा नहीं लगता

कुछ भी बुरा नहीं लगता जब कोई अपनी बात कह रहा हो aur यह सिर्फ बातें नहीं जिंदगी की वोह सचाई है जिसको लोग देख कर भी अनजान बनते है या फिर सामना नहीं करना चाहते ..दुनिया में हर किसी के साथ ऐसा होता है पर कुछ लोग ही बात करने की हिम्मत कर पाते है .
रही जिंदगी की खुशियों की बात तो आज खुशियाँ मिलती नहीं .. खोजनी पड़ती है ,,.छीननी पड़ती है हर लम्हे से ..वक़्त जो खुशियाँ नहीं देता हमें आगे बढ़ कर वक़्त के हाथो से छिनना पड़ता है ,,वक़्त बहुत बेरहम होता है ..इंसान बस दिल में एक आशा लगाये बैठा रहता है की कल आने वाला दिन हमारे लिए खुशियाँ लाएगा पर ऐसा नहीं होता और कल आता है और बीत जाता है पर हिम्मत उस इंसान की देखो जिसने कल के लिए नहीं जीया ..उसने रास्ता निकला खुद अपनी खुशियों का ...चाहे वोह रास्ता किसी भी माध्यम से निकले ..
रही बात दोस्तों की ..की तो आज के तारिख में एक कटु सत्य यह है की आज कल बिना self intrest की कोई दोस्ती नहीं है . खास कर प्रोफेसनल लाइफ में और भी जायदा ...हम जैसे जैसे बड़े होते है दोस्ती के मायेने बदल जाते है और दोस्ती निभाने का जरिया भी .. ऐसा भी होता है की जिस पर सबसे जायदा भरोसा करो वोही पीठ में छुरा मार कर चला जाये और एक अनजान रही कंधे पर हाथ रख कर यह पूछ दे की "बात क्या है ? क्यों आखों में नमी है ?" और दोस्त किस लिए होते है ..सुख-दुःख , हसी-ख़ुशी बाटने के लिए ..चलो कोई दोस्त नहीं पर यह बाटने के और भी तरीके है और इंसान अकेले भी इनको बाँट सकता है अपने अकेलेपन में अपने साथ ... पर जिसने भी साथ दिया हो उस पल ..वोह दोस्त है .हाँ दोस्त वोही जो आपके साथ धुल में खेला हो ,,आपके साथ उत्सव में साथ रहा हो और आपके साथ रण-भूमि , करम-भूमि और शमशान भूमि में ...और जो नहीं रहे ..वोह दोस्त नहीं .
रही जनम दिन की ..तो मैं अपना अनुभव बताता हु ..मैं यह सोचता हु की अगर मैं इस दिन आया इस दुनिया में तो अपने लिए नहीं ..दुसरो के लिए ..जिनको ख़ुशी से मिलना हो तो मिल लेता हु ..नहीं मिलना हो तो music , vodka और फ़ोन (उस दिन कही और रहू तो माँ-पापा से बात करने के लिए ) ..म्यूजिक और वोदका मेरे दोस्त होते है उस दिन ...न ही कोई ख़ुशी और न ही इस दुनिया में आने का कोई गम ...बस शांति .